
चैत्र नवरात्रि(Navaratri) 2025 : नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो मां दुर्गा और उनकी नौ शक्तियों को समर्पित है। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है, जिसमें हर दिन मां के एक अलग स्वरूप की पूजा की जाती है। प्रत्येक दिन का अपना विशेष मंत्र और रंग होता है, जिसे धारण करने से भक्तों को मां का आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। इस ब्लॉग में हम नवरात्रि के नौ दिनों के लिए मां के मंत्र और शुभ रंगों के बारे में विस्तार से जानेंगे, ताकि आप इनका लाभ उठा सकें।
दिन 1: मां शैलपुत्री

मां शैलपुत्री : यह मां दुर्गा का पहला रूप है। उनके नाम का अर्थ है ‘पर्वत की पुत्री’। वह हिमालय के राजा की पुत्री हैं। उनकी उपासना से भक्तों को स्थिरता, दृढ़ता और समर्पण प्राप्त होता है। उनके हाथ में त्रिशूल और कमल का फूल होता है !
शुभ रंग: नारंगी (Orange)
लाभ: मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं और मूलाधार चक्र की अधिष्ठात्री हैं। नारंगी रंग ऊर्जा, उत्साह और सकारात्मकता का प्रतीक है। इस रंग के वस्त्र पहनने से जीवन में स्थिरता और नई शुरुआत की शक्ति मिलती है।
दिन 2: मां ब्रह्मचारिणी

मां ब्रह्मचारिणी : मां दुर्गा का दूसरा रूप तपस्या और संयम का प्रतीक है। उन्होंने शिव को पाने के लिए घोर तपस्या की थी। उनकी पूजा से भक्तों को आत्मसंतुलन और ज्ञान प्राप्त होता है। उनके हाथ में माला और कमंडल होता है !
शुभ रंग: सफेद (White)
लाभ: मां ब्रह्मचारिणी तप और ज्ञान की देवी हैं। सफेद रंग शांति, पवित्रता और एकाग्रता का प्रतीक है। इस रंग को धारण करने से मन शांत रहता है और आत्मिक विकास में सहायता मिलती है। चैत्र नवरात्रि(Navaratri) 2025
दिन 3: मां चंद्रघंटा

मां चंद्रघंटा : मां चंद्रघंटा शांति और युद्ध दोनों की देवी हैं। उनके माथे पर चंद्रमा सुशोभित होता है। वह सिंह पर सवार होकर युद्ध में राक्षसों का नाश करती हैं। उनकी पूजा साहस और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए की जाती है ! चैत्र नवरात्रि(Navaratri) 2025
शुभ रंग: लाल (Red)
लाभ: मां चंद्रघंटा साहस और शक्ति की प्रतीक हैं। लाल रंग जोश, साहस और प्रेम का संकेत देता है। इसे पहनने से आत्मविश्वास बढ़ता है और नकारात्मकता दूर होती है।
दिन 4: मां कूष्मांडा

मां कूष्मांडा : इस रूप में मां दुर्गा ब्रह्मांड की सृष्टि करने वाली देवी हैं। उनकी मुस्कान से सृष्टि का निर्माण हुआ। उनकी पूजा से जीवन में सृजनात्मकता और ऊर्जा प्राप्त होती है !
शुभ रंग: रॉयल नीला (Royal Blue)
लाभ: मां कूष्मांडा सृष्टि की रचयिता हैं। रॉयल नीला रंग समृद्धि, स्वास्थ्य और शक्ति का प्रतीक है। इस रंग के वस्त्र पहनने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
दिन 5: मां स्कंदमाता

मां स्कंदमाता : भगवान कार्तिकेय की मां के रूप में वह मातृत्व और प्रेम का प्रतीक हैं। उनकी पूजा से भक्तों को रिश्तों में प्रेम और आनंद मिलता है। वह चार भुजाओं वाली और कमल पर विराजमान हैं !
शुभ रंग: पीला (Yellow)
लाभ: मां स्कंदमाता ममता और करुणा की देवी हैं। पीला रंग खुशी, उमंग और बुद्धि का प्रतीक है। इसे पहनने से मानसिक शांति और सकारात्मक सोच बढ़ती है।
दिन 6: मां कात्यायनी

मां कात्यायनी : वह संत कात्यायन के घर जन्मीं और उन्होंने दुष्टों का विनाश किया। वह साहस और क्रोध का प्रतीक हैं। उनकी उपासना से भक्तों को साहस और बुराई से लड़ने की शक्ति मिलती है !
शुभ रंग: हरा (Green)
लाभ: मां कात्यायनी शत्रुहंता और रक्षक हैं। हरा रंग नई शुरुआत, प्रकृति और समृद्धि का प्रतीक है। इस रंग को धारण करने से जीवन में तरक्की और शांति मिलती है।
दिन 7: मां कालरात्रि

मां कालरात्रि : मां कालरात्रि का रूप राक्षसों का नाश करने वाला है। उनका स्वरूप भीषण और शक्तिशाली है। उनकी पूजा से भक्तों को बुराई के डर से मुक्ति मिलती है !
शुभ रंग: भूरा (Grey)
लाभ: मां कालरात्रि अंधकार और बुराई को नष्ट करने वाली हैं। भूरा रंग परिवर्तन और दृढ़ता का प्रतीक है। इसे पहनने से भय और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
दिन 8: मां महागौरी

मां महागौरी : यह रूप शुद्धता और शांति का प्रतीक है। उन्होंने कठोर तपस्या कर अपने शरीर को गौरवर्ण प्राप्त किया। उनकी पूजा से जीवन में शांति और पवित्रता प्राप्त होती है !
शुभ रंग: गुलाबी (Pink)
लाभ: मां महागौरी शुद्धता और शांति की प्रतीक हैं। गुलाबी रंग प्रेम, सौहार्द और कोमलता का संकेत देता है। इस रंग के वस्त्र पहनने से जीवन में सुख और संतुलन बढ़ता है।
दिन 9: मां सिद्धिदात्री

मां सिद्धिदात्री : मां सिद्धिदात्री सभी सिद्धियों की प्रदाता हैं। उनकी पूजा से भक्तों को अद्भुत शक्तियां और पूर्णता प्राप्त होती है। वह सभी देवी-देवताओं की पूजा की जाती हैं !
भ रंग: बैंगनी (Purple)
लाभ: मां सिद्धिदात्री सिद्धियों की दात्री हैं। बैंगनी रंग आध्यात्मिकता, वैभव और शक्ति का प्रतीक है। इसे पहनने से आध्यात्मिक उन्नति और सफलता प्राप्त होती है।
निष्कर्ष: नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा की कृपा पाने का विशेष अवसर होते हैं। इन दिनों में बताए गए मंत्रों का जाप और शुभ रंगों के वस्त्र पहनने से न केवल मां प्रसन्न होती हैं, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। इन रंगों को न सिर्फ पहनें, बल्कि अपने घर और पूजा स्थल को भी इनसे सजाएं, ताकि मां का आशीर्वाद हर ओर बरसे। नवरात्रि की आपको हार्दिक शुभकामनाएं!
सम्पूर्ण नवदुर्गा पूजन का विवरण: माता के नाम, शुभ रंग और महत्व के साथ !
दिन | माता का नाम | शुभ रंग | महत्त्व और कारण |
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प्रथम (पहला दिन) | माता शैलपुत्री | लाल (लाल) | शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक। माता पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं। |
द्वितीय (दूसरा दिन) | माता ब्रह्मचारिणी | सफेद (श्वेत) | शुद्धता और शांति का प्रतीक। माता तपस्या और साधना का स्वरूप हैं। |
तृतीया (तीसरा दिन) | माता चंद्रघंटा | हरा (हरा) | प्रेम और शांति का प्रतीक। माता चंद्रमुखी स्वरूप में हैं। |
चतुर्थी (चौथा दिन) | माता कूष्मांडा | नारंगी (नारंगी) | सृष्टि की रचना करने वाली शक्ति का प्रतीक। माता सकारात्मकता का प्रतीक हैं। |
पंचमी (पांचवां दिन) | माता स्कंदमाता | नीला (नीला) | ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक। माता स्कंद (कार्तिकेय) की माता हैं। |
षष्ठी (छठा दिन) | माता कात्यायनी | गुलाबी (गुलाबी) | सुख और सफलता का प्रतीक। माता शक्ति और साहस का रूप हैं। |
सप्तमी (सातवां दिन) | माता कालरात्रि | जामुनी (बैंगनी) | दुर्गा स्वरूप में बुराइयों का नाश करने का प्रतीक। |
अष्टमी (आठवां दिन) | माता महागौरी | सफेद (श्वेत) | पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक। माता आध्यात्मिक शक्ति का स्वरूप हैं। |
नवमी (नौवां दिन) | माता सिद्धिदात्री | गुलाबी (गुलाबी) | सिद्धि और सफलता का प्रतीक। माता कृपा और विभूतियों का वरदान देती हैं। |